किसी ने मजनूँ से कहा "अरे तेरी लैला दिखती काली वे"...
मजनूँ ने जवाब दित्ता "ओ तेरी अख्ख ना वेखन वाली वे"...
"वेद भी चिटा ते क़ुरान भी चिटी; विच स्याही रख दिति काली वे"
"गुलाम फरीद जित्ते अखियाँ लगियाँ ओते क्या गोरी क्या काली वे"...
मजनूँ ने जवाब दित्ता "ओ तेरी अख्ख ना वेखन वाली वे"...
"वेद भी चिटा ते क़ुरान भी चिटी; विच स्याही रख दिति काली वे"
"गुलाम फरीद जित्ते अखियाँ लगियाँ ओते क्या गोरी क्या काली वे"...
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