दिल की हर बात बता देती हैं आखें
धड़कनों को जगा देती हैं आखें
दिल पे चलता नहीं है जादू चेहरों का कभी
दिल के हट ज़ज़्बात को छू लेती हैं आखें
वो हमसे हर शब्द हर बात छुपाने की खता करते हैं
हाल सारा उनके दिल का, बता देती हैं आखें
गम सदा रहता नहीं किसी के पास हमेशा
अश्क़ बनकर कभी छलका भी देती हैं आखें
आता है जब कोई अनदेखा अंजाना सा ख्वाबों में
एक सपने का आशियाना बसा लेती हैं आखें
मान भी लें की नींद आती है आखों के रास्ते
मगर इश्क़ में नींद उड़ा देती है हमारी आखें
शुक्र है खुदा का कि उसने इश्क़ की नेमत दी
अब जुदाई के दर्द और गम को भी संजोती हैं आखें
रूपाली के दिल की हर बात बता देती हैं आखें
कलिंग की धड़कनों को जगा देती हैं आखें
उनकी हर याद, हर कसक को दिखाती हैं आखें
-- Kalingaa...
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