Read it somewhere...
जब से मिला हूँ उससे, सबसे मिलना मिलाना छोड़ दिया
मेरे लिए उस पागल ने भी सारा ज़माना छोड़ दिया
उसकी चाहत की खुश्बू से महका-महका फिरता हूँ
जब से उसका साथ मिला हे इत्र लगाना छोड़ दिया
टूटी-फूटी छत के नीचे उसके साथ बहुत खुश हूँ
उसने मेरे प्यार के खातिर राजघराना छोड़ दिया
-- Kalingaa...
No comments:
Post a Comment