Happy Republic Day to India

This is a poem to all of you:
Tum Chalo to Hindustan chale
Phalak pakad ke utho
Aur hawa pakad ke chalo
Tum chalo to Hindustan chale

Lagao hath ki suraj subah nikala karein
Hathelion mein bharein dhoop aur uchhala karein
Uphak pe paon rakho

Aur chalo akad ke chalo
Phalak pakad ke utho...
aur hawa pakad ke chalo!
Tum chalo to Hindustan chale
-- India awaits you
- - Kalingaa...

Spirit of Untiring Courage

तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ।

आज सिन्धु ने विष उगला है
लहरों का यौवन मचला है
आज ह्रदय में और सिन्धु में
साथ उठा है ज्वार

तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ।

लहरों के स्वर में कुछ बोलो
इस अंधड में साहस तोलो
कभी-कभी मिलता जीवन में
तूफानों का प्यार

तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ।

यह असीम, निज सीमा जाने
सागर भी तो यह पहचाने
मिट्टी के पुतले मानव ने
कभी ना मानी हार
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ।

सागर की अपनी क्षमता है
पर माँझी भी कब थकता है
जब तक साँसों में स्पन्दन है
उसका हाथ नहीं रुकता है
इसके ही बल पर कर डाले

सातों सागर पार
तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार ।

- शिवमंगल सिंह सुमन

-- Keep the spirit of courage against mightiest
- - Kalingaa...