Lauta Do...

Something which hits instantly...
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो
नींद जितनी भी मैने खोई है
चैन जितना भी मैने खोया है
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो

एक मासूम दिल है और सितम हैं कितने
इस मुहब्बत के सिवा और भी गम हैं कितने
मेरे इश्क़ का इम्तहान यूँ ना लो
तुम्हें है क़सम मेरी जान यूँ ना लो
ख्वाब जितने भी मैंने देखे हैं
याद जितना किया है मैंने तुझे
वो मेरे ख्वाब मेरी याद मुझे लौटा दो
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो

ये मेरी भूल थी जो मैने तुझे प्यार किया
ना मिलने वाले मुहब्बत का इंतज़ार है
ये क्या रंग लाई है मेरी वफ़ा
मिली है मुझे किस लिए ये सज़ा
तेरी चाहत की प्यास थी मुझको
तुझको पाने की थी उम्मीद मुझे
वो मेरी प्यास वो उम्मीद मुझे लौटा दो

वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
नींद जितनी भी मैने खोई है
चैन जितना भी मैने खोया है
वो मेरी नींद मेरा चैन मुझे लौटा दो
वो मेरा प्यार मेरा दर्द मुझे लौटा दो
वो मेरे ख्वाब मेरी याद मुझे लौटा दो
वो मेरी प्यास वो उम्मीद मुझे लौटा दो!
Movie : Hum Hain Rahi Pyaar Ke

-- Kalingaa...

Abke Saal (अबके साल)...

For someone close... For looking towards future....
अबके साल कुछ ऐसा करना
अपने पिछले १२ माह के
सुख दुख का अंदाज़ करना
बिसरी यादें ताज़ा करना
सादा सा एक काग़ज़ लेकर
भूले बिसरे पल लिख लेना
फिर इस बीते हुए एक एक पल का
एक एक मोड़ का जायज़ा करना
सारी सुबहें हाज़िर करना
सारी शामें पास बुलाना
और इसके बाहर भी देखना...
सारे मौसम ध्यान रखना
एक-एक याद पे गुमान करना
फिर ज़िंदगी पे एक कयास लगाना
और यदि फिर घर में खुशियाँ भरी दिखें
तो मेरी और से नया साल मुबारक रखना...
और अगर घर में गमों का बसेरा दिखे
तो बेकार में तकल्लूफ मत करना,
अपने गम मुझे दे मुझसे खुशियाँ ले लेना...
अबके साल कुछ ऐसा करना...
-- Kalingaa...

Dono Ne Kiya Tha Pyaar Magar...

A gem from 60s....
दोनों ने किया था प्यार मगर
मुझे याद रहा तू भूल गयी
मैने तेरे लिए रे जाग छोड़ा
तू मुझको छोड़ चली

तूने मुझसे किया था कभी वादा
मेरी ताल पे तू दौड़ी चली आएगी
कैसा बंधन है प्यार क्या ये बंधन
इसे छोड़ के तू कैसे चली जाएगी
क्या यही है वफ़ा मुझे ये तो बता
मेरी महुआ, वो तेरे वादे क्या हुए
क्या यही है वफ़ा, मुझे ये तो बता, मेरी महुआ
ओ मेरी जाना
दोनो ने किया इक़रार मगर
मुझे याद रहा तू भूल गयी
मैने तेरे लिए रे जाग छोड़ा
तू मुझको छोड़ चली

आज मैं अपने दिल की सदा से
आसमान को हिला के रहूँगा
मौत की नींद सोने वाली
आज तुझको जगा के रहूँगा
तू ना जागी तो मैं आँसुओं में सारे जाग को बहा के रहूँगा
तू अगर उस जहाँ से ना आई इस जहाँ को जला के रहूँगा
तू है मेरा बदन मैं बदन क्या..
रूप वापस बुला के रहूँगा
ओ मेरी आत्मा आत्मा को आत्मा से मिलाके रहूँगा
तू है मेरी दुल्हन आज होगा मिलन मेरी महुआ
वो तेरे वादे क्या हुए
क्या यही है वफ़ा, मुझे ये तो बता, मेरी महुआ

दोनो ने किया इज़हार मगर
मुझे याद रहा तू भूल गयी
मैने तेरे लिए रे जाग छोड़ा
तू मुझको छोड़ चली
-- Kalingaa...

Aks (अक्स)

दिल की चौखट पे एक दिया जला रखा है
तेरे लौके आने का अरमान सज़ा रखा है

रुत जाते हो तुम तो और ग़ज़ब लगते हो
हमने इसीलिए आपको हमसे खफा रखा है

तुम जिसे तन्हा रोता छोड़ गये थे एक दिन
हमने आज भी उस शाम को सीने से लगा रखा है

चैन नहीं लेने देता है ये लम्हा हमें
तेरे यादों ने जो एक तूफान सा उठा रखा है

जाने वाले आते हैं कभी भी तो लौटकर
बस एक इसी आस पे दरवाज़ा खुला रखा है

तेरे जाने से जो धूल का बवंडर उठा था
हमने उन गमों की धूल को आँखों में बसा रखा है

मुझे कल शाम से वो बहुत याद आती है
दिल ने मुद्दत से जो अक्स भुला रखा है
 -- Keep hopes for light at other end of tunnel
-- Kalingaa...

Love will come through...

If I told you a secret
You won't tell a soul
Will you hold it and keep it alive
Cause it's burning a hole
And I can't get to sleep
And I can't live alone in this lie

So look up
Take it away
Don't look da-da-da- down the mountain

If the world isn't turning
Your heart won't return
Anyone, anything, anyhow

So take me don't leave me
Take me don't leave me
Baby, love will come through it's just waiting for you

Well I stand at the crossroads
Of highroads and lowroads
And I got a feeling it's right

If it's real what I'm feeling
There's no makebelieving
The sound of the wings of the flight of a dove

Take it away
Don't look da-da-da down the mountain
If the world isn't turning
Your heart won't return anyone anything anyhow...

So take me don't leave me
Take me don't leave me
Baby, love will come through it's just waiting for you

So look up
Take it away
Don't look da-da-da- down

If the world isn't turning
Your heart won't return anyone anything anyhow...

So take me don't leave me
Take me don't leave me
Baby, love will come through it's just waiting for you

Love will come through
Love will come through
Love will come through

- Travis
-- Kalingaa...

Zindagi Na Mila Dobara...

दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
नज़र में ख्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम

हवा के झोंकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो
तुम एक दरिया के जैसे लहरों में बहना सीखो
हर एक लम्हे से तुम मिलो खोले अपनी बाहें
हर एक पल एक नया समा देखें यह निगाहें

जो अपनी आँखों में हैरानीयाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो तो ज़िंदा हो तुम

To Be Continued...
-- Kalingaa...

Kya Kya Na Paaya (क्या क्या ना पाया)....

उसे हमने बहुत ढूँढा न पाया
अगर पाया तो खोज अपना न पाया

जिस इंसान को सगे-दुनिया न पाया
फ़रिश्ता उसका हमपाया न पाया

मुक़द्दर से ही गर मोलभाव किया है
तो हमने यहाँ न कुछ खोया न पाया

अहाते से फ़लक़ के हम तो कब के
निकल जाते मगर रस्ता न पाया

जहाँ देखा किसी के साथ देखा
कहीं हमने तुझे तन्हा न पाया

किया हमने सलामे-इश्क़ तुझको!
कि अपना हौसला इतना न पाया

न मारा तूने पूरा हाथ क़ातिल!
सितम में भी तुझे पूरा न पाया

कब्र में भी तेरे इश्क़ से आराम
ख़ुदा जाने कि पाया या न पाया

कहे क्या हाय ज़ख़्मे-दिल हमारा
ज़ेहन पाया ज़बान का हुनर न पाया
-- Kalingaa...

What Happened??

जब तक होश रहा हम गम को नशा समझ पी गये
किसी किसी को नसीब में जो भी मिला वो जी गये
वक़्त के साथ ना कोई अपना रहा, यार दोस्त भी गये
जो ज़ख़्म मिले हमने छुपा लिए, 'कलिंग' खुद ही सी गये

हम मानते थे जिनको खुदा वो तो इंसान निकले
हमारे अपने सपनों में भी कुछ काले शैतान निकले
जब मिले वो आज हमसे अचानक नये रास्ते पर
ना उनकी ना मेरी कोशिश रही कि कोई पहचान निकले

हर कोई चाहता था मेरी किस्मत का एक टुकड़ा
काश 'कलिंग' बाँट पाता खुद को हर किसी के लिए
आज मैं बिखरा हुआ नहीं, बस अकेला सा हूँ
नाराज़ तो हूँ लेकिन खुद से, बस बेबसी के लिए

पत्थर के सामने सर झुकाके भी पाते हैं आसमान को
हम तो धड़कते पाक़ दिल को भी पत्थर का बना बैठे
केवल हमपे ही क्यूँ दिया गया सारा इल्ज़ाम हर रिश्ते ने
वो और उनके खुदा भी तो बिन बतियाए हमे बेवफा बना बैठे
-- Kalingaa...

Pain of An Artist...

The torment of daily crap took away many things from my life, but it gave me a new way to express myself. As an artist before the pain, I expressed what I saw, but after the migraines I began to draw the emotions. After a while I began to put those emotions and it provided an outlet which has been a balm. My deepest hope is that my work could speak to others in a way that I can't.
टूट जाते हैं इंसान दर्द से, रह जाते हैं कुछ बाकी निशान
हम खामोश बनके जलाते हैं अपने ही ज़ज़्बात को

किसी ने दबाया अपना गुस्सा, किसी ने बदला अपना रास्ता
हमने तो दूर से निहारना चुना अपनी रूपाली को

ताज़महल बनाया शहंशाह ने, टुकराया तख्त शहज़ादे ने
हमने तो कलम से पाया है इश्क़ के अंदाज़-ए-बयानी को

खिल उठा तेरा भी सर्जन, निखर उठी मेरी भी अल्पना
क्या दिल का दर्द ही ज़न्म देता रचना को, कला को...
-- Kalingaa...

Arzoo (आरज़ू)....

जब ज़िंदगी में तू नहीं थी
हमें जीने की ज़ुस्तज़ू नहीं थी....
तबसे साँस ना थी उन हवाओं में
जिनमें यार की खुश्बू नहीं थी....
तेरे दिल की तमन्ना थी मुझे
तेरे बदन की आरज़ू नहीं थी....
-- Kalingaa...

Lamhon Ne Khata Ki Thi (लम्हों ने खता की थी)...

After 64 years of 3 June Plan (or Mountbatten Plan), I just can't digest the fact that India & Pakistan went through the most tragic events ever recorded in history of humankind. The human nature died in that period and animal instincts of everyone ruled the nation.

Not sure about the author but one of most moving lines written about partition. These lines can take birth only from a great human being, who after having drenched himself in the nectar of life and death, rises to proclaim the truth.
महरूम-ए-हक़ीक़त हैं साहिल के तमाशायी
हम डूब के समझे हैं दरियाओं की गहराई

चल आए मेरे हमसाया बरगद के तले बैठें
दीवार से आँगन में अब धूप उतार आई

चलते हुए बादल के साए में ता-आ-कूब में
यह तश्नलाबी मुझको सहराओं में ले आई

यह जबर भी देखा है तारीख की नज़रों ने
लम्हों ने खता की थी सदियों ने सज़ा पे

जिस वक़्त छिड़ा किस्सा वतन के तबाही का
क्यों आप की आँखों में उस वक़्त नामी आई

हम डूब के समझे हैं...  दरियाओं की गहराई....
-- Kalingaa...

Roti (रोटियाँ)...

An answer to the question of what Work over Life...
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ
खुद नाचती हैं सबको नचाती हैं रोटियाँ
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ

बूढ़ा चलाए ठेले को फाकों से झूल के
बच्चा उठाए बोझ खिलौनों को भूल के
देखा ना जाए जो, सो दिखाती हैं रोटियाँ
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ

बैठी है जो चेहरे पे मल के हर तरह का श्रँगार
दुनिया बुरा कहे इन्हे पर मैं तो ये कहूँ
कोठे पे बैठ, कोठे पे बैठ आँख लड़ाती हैं रोटियाँ
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ

कहता था इक फ़क़ीर की रखना ज़रा नज़र
रोटी को आदमी ही नही खाते बेख़बर
अक्सर तो आदमी को खाती हैं रोटियाँ
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ

तुझको पते की बात बटाओ मैं जान-ए-मान
क्यूँ चाँद पर पहुँचने की इंसान को है लग्न
इंसान को चाँद में नज़र आती हैं रोटियाँ
दीवाना आदमी को बनाती हैं रोटियाँ
-- Kalingaa...

Phir Kabhi Saamne Aa (फिर कभी सामने आ)...

फिर कभी सामने आ, ज़रा ये बात बता
महबूब मेरे, अब कहाँ होगी तुझसे मुलाक़ात बता

तू तो काबिल है जो समझता है अनकही ज़ुबान
काश मेरा चेहरा पढ़ सकता, मेरे दिल के हालत बता

बस हो जाए मुझे मेरी मोहब्बत की इंतहा हासिल
तू आज मुझे कोई ऐसी दुआ, ऐसी कोई मन्नत बता

भूल जा आज तू हर गीले शिकवे, भूल जा हर छोटी सी खता
तुझे मुझसे इश्क़ है, चाहे सच हो, चाहे झूठ ही बता

फिर कभी सामने आ, ज़रा ये बात बता....
-- Kalingaa...

Ek Ghazal Tere Naam (एक ग़ज़ल तेरे नाम)...

आज फिर तेरे नाम एक ग़ज़ल लिख रहा हूँ....
तेरी खूबसूरती को एक चाँद लिख रहा हूँ
तेरी भीगी जुल्फों को चंचल हवा लिख रहा हूँ
तेरी लबों की तड़फ़ को मदहोश शराब लिख रहा हूँ
तेरे हँसने के अंदाज़ को तेरा शबाब लिख रहा हूँ
तेरे हर एक अश्क़ को 'कलिंग' का कोहिनूर लिख रहा हूँ
तेरे नाज़ुक कदमों को गुलाब की पंखुड़ी लिख रहा हूँ
तेरी दिलखुश आवाज़ को राग और तरंग लिख रहा हूँ
तेरी मंज़ूरी तेरी नाराज़गी को अपना नसीब लिख रहा हूँ
तुझे सामने देख तुझे 'कलिंग' के करीब लिख रहा हूँ
तेरे संग बिताए हर पल को अपना इतिहास लिख रहा हूँ
तुम्हें फिर देख पाने की चाह को अपनी प्यास लिख रहा हूँ
तेरे हर अनबूझे हुए सवाल को अपनी आरज़ू लिख रहा हूँ
तेरे हर जवाब को अपना कर्म धर्म लिख रहा हूँ
तेरी लाज़ को तेरा सबसे कीमती श्रँगार लिख रहा हूँ
तुझे पाने की हसरत को 'कलिंग' का अलंकार लिख रहा हूँ
तुम्हे कभी सच ना बता पाना अपना अफ़सोस लिख रहा हूँ
तुम्हारा सच ना जान पाना भी अपना अफ़सोस लिख रहा हूँ
तुझे देख धड़कने वाले दिल को गुस्ताख लिख रहा हूँ
तुझे जीते-जी मैं अपने खून से माफ़ लिख रहा हूँ
तेरी आखों की कशिश को ज़ाम लिख रहा हूँ
तेरे किसी उदास लम्हे को मैं अपनी शाम लिख रहा हूँ
कुछ और नहीं याद, बस एक ग़ज़ल तेरे नाम लिख रहा हूँ...
-- Kalingaa...