Jabse mile hain...
मेरे लिए उस पागल ने भी सारा जमाना छोड़ दिया...
उसकी चाहत की खुसबू से महकी महकी रहती हूँ...
जबसे उसका साथ मिला है इत्र लगाना छोड़ दिया...
टूटी फूटी छत के नीचे उसके साथ बहुत खुश हूँ...
मैंने उसके प्यार की खातिर राजघराना छोड़ दिया...
heard from a youtube link...
http://www.youtube.com/watch?v=046ScO9AbRQ
-Keep Smiling
-- Kalingaa...
Kuch Afsaane Likhe...
kuch mohabbat ke fasanay likhay,
kuch naay aur puranay likhay....
yaadon ka ek silsila likha,
khwab saray woh suhanay likhay....
hum nay ek mohabbat ki raat likhi,
aur kuch guzray zamanay likhay....
marmari banhon ko apna lika,
aur phir in kay nazranay likhay....
unki zulfon ko ghata sa likha,
saaye phir uss kay suhanay likhay....
khud ko phir unka Mussawir likha,
khwab phir kiya kiya najanay likhay....
kabhi kore kagaz pe salvatein likhi,
kabhi teri yaad main zamane likhay....
- Kalinga...
Luck by Chance :)
Was royalty bestowed on Warne by chance?
The best thing that happened to the Rajasthan Royals, the inaugural IPL champions, might have occurred by chance. They never intended to buy Shane Warne at the auction but ended up with him because he was the first player on sale - or so say the authors of an upcoming book 'IPL - an inside story'.
The book has what it says is an eye-witness account of the first auction by the CEO of a franchise. "Warne's was the first name that came up as the 78 players' names were picked up. But no one was willing to pick him up at the reserve price. The auction was headed for disaster within the first few minutes.
"Since [Lalit] Modi has some interest in the Jaipur team, he made eye contact with [Manoj] Badale and Co. and nudged them to start bidding. Jaipur raised the placard, hoping other teams would jump into the fray. But no other team bid for Warne. Jaipur, it seemed, was saddled with Warne." Less than four months later Jaipur had the last laugh, and the others were left looking foolish, as Warne reinvented himself with spectacular success.
Wishing second victory for Rajasthan Royals :)
-- Kalingaa...
Aarambh....
आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बान पे उतार दो
आरम्भ है प्रचंड,बोले मस्तकों के झुंड...
मन करे सो प्राण दे, जो मन करे सो प्राण ले
वही तो एक सर्व शक्तिमान है...
इशर की पुकार है, यह भगवत का सार है
के युद्ध ही तो वीर का प्रमाण है...
कौरवो की भीड़ हो या पांडवो का नीड़ हो
जो लड़ सका है वो ही तो महान है...
जीत की हवस नहीं, किसी पे कोई वश नहीं
क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो...
मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यों डरे?
यह जाके आसमान में दहाड़ दो...
आरम्भ है प्रचंड, बोले मस्तकों के झुंड
हो दया का भाव याकी शौर्य का चुनाव
याकी हार का वो घाव, तुम यह सोच लो...
याकी पूरे भाल भर जला रहे विजय का लाल
लाल यह गुलाल, तुम यह सोच लो...
रंग केसरी हो या मृदंग केसरी हो याकि
केसरी हो लाल, तुम यह सोच लो...
जिस कवि की कल्पना में ज़िन्दगी हो प्रेम गीत
उस कवि को आज तुम नकार दो...
भीगती नस्सो में आज, फूलती रगों में आज
आज आग की लपट का तुम बघार दो...
आरम्भ है प्रचंड,बोले मस्तकों के झुंड
आज ज़ंग की घडी की तुम गुहार दो...
आन बान शान या की जान का हो दान
आज एक धनुष के बान पे उतार दो...
आरम्भ है प्रचंड,बोले मस्तकों के झुंड
-- a song from movie GULAAL
Indian Republic: where does it stand....
- From bondage to spiritual faith;
- From spiritual faith to great courage;
- From courage to liberty;
- From liberty to abundance;
- From abundance to complacency;
- From complacency to apathy;
- From apathy to dependence; and
- From dependence back into bondage.
A we ready of anarchy or we will prolong our freedom... freedom of everything we do... are we sure that we are free OR we just feel happy in believing so...????
- Kalingaa....
Waqt ki Baatein
Har Guzra Lamha Hum Ko To, Ek Zakhm Naya Deta Hai.
Raat Ki Rani Hai Ya Teri Yaadoon Ki Khushboo
Kuch To Hai Jo Aangan Mere Ehsaas Ka Mehka Deta Hai.
Agar Tere Khayaalon Mein Kho Kar, Neend Aa Bhi Jaaye
Aakar Khawaboon Mein,Tera Tassawur Hum Ko Jaga Deta Hai.
Khush Hote Hain Tassawur Mein Tumain Kareeb Dekh Kar
Shayad Mil Na Paayenge Hum, Yeh Khadsha Sehma Deta Hai.
Dil Bahut Nazuk Hai, Ghum Se Bhar Na Aaye Kalingaa
Patthar Pe Chot Lage To Woh Bhi Saza Deta Hai.
Dushman Hai Zamana Mohabbat Karne Walun Ka Azal Se
In Dooriyoon, Judaiyoon Ka Ehsaas Rula Deta Hai.
--- Kalingaa...
Dil Aisa Kisine Mera Toda....
दिल ऐसा किसी ने मेरा तोडा, बर्बादी की तरफ ऐसा मोडा
एक भले मानुष को अमानुष बना के छोडा
सागर कितना मेरे पास है, मेरे जीवन में फिर भी प्यास है
है प्यास बड़ी जीवन थोडा, अमानुष बना के छोडा
कहते हैं ये दुनिया के रास्ते, कोई मंजिल नहीं तेरे वास्ते
नाकामियों से नाता मेरा जोड़ा, अमानुष बना के छोडा
डूबा सूरज फिर से निकले रहता नहीं है अँधेरा
मेरा सूरज ऐसा रूठा देखा ना मैंने सवेरा
उजालों ने साथ मेरा छोडा, अमानुष बना के छोडा
Hate heals, you should try it sometime :)
Yaad Aaya Kuch to....
जब तेरी धुन में जिया करते थे
हम भी चुपचाप पिया करते थे
आँखों में प्यास हुआ करती थी
दिल में तेरी तलाश हुआ करती थी
लोग आते थे कुछ ग़ज़ल सुनने को
हमारी जुबान हुम्हारा ही बयां करती थी
सच समझते थे तेरी वफाओं को
रात दिन तेरी खुमारी में रहा करते थे
किसी वीराने में तुमसे मिल कर
दिल में गुलशन खिला करते थे
घर की दीवारों को सजाने के लिए
हम तुम्हारे ही नाम लिखा करते थे
वो भी क्या 'कलिंग' दिन हुआ करते थे
तुम्हे भुलाकर तुम्हे याद किया करते थे
कल तुम्हे मुद्दत के बाद देखा तो
याद आया कभी हम भी मोहब्बत किया करते थे
Keep Smiling
- Kalinga...