Niyati..

शक्ति अगर सीमित है, तो हर चीज़ अशक्त भी है,

भुजाये अगर छोटी है, तो सागर भी सिमटा हुआ है

सामर्थ्य केवल इच्छा का दूसरा नाम है, जीवन और मृत्यु के बीच जो भूमि है,

"वो नियति की नहीं मेरी है"...

- Kalingaa...

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