Hatak (Strong Pull)...

आले भरवा दो मेरे आँखों के
बंद करवा के उनपे ताले लगवा दो
जिस्म के जुम्बईशों पे तुमने पहले ही
तुमने अहकाम बाँध रखे हैं
मेरी आवाज़ रेंग कर निकलती है
ठाँक कर जिस्म भारी पर, तुम दर दरिचों पे पहरे रखते हो
फ़िक्र रहती है रात दिन तुमको कोई सामान चोरी ना करले
एक छोटा सा काम और कर दो
अपनी उंगली डुबो कर रोगन में
तुम मेरे जिस्म पेर लिख दो
इसके जोला हुकूक अब तुम्हारे हैं
इसके जोला हुकूक अब तुम्हारे हैं
इसके सारे हक़ अब तुम्हारे हैं

Recited by Neha Dhupia in 'Dua Kahaniyan'
-- Kalingaa...

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