Sach Hoga ki Nahin (सच होगा की नहीं)....

For someone, for something... Was in heart for sometime....
उसके अस्तित्व का अपहरण, किसी के लिए हादसा नहीं;
वह गुँगों में गिना जाएगा, इसकी उसे भनक नहीं !

वह हालातों से तो लड़कर जीत का सेहरा उठा लाया है;
अपने घर में ही हारेगा, उसे अब तक पता भी नहीं !

अपनी पतवार से वह झंझावात की दिशा ही मोड़ लाया है;
वो लोग फिर भी बोलेंगे कि उसमें हौसला ही नहीं !
उसको कहना की वह ठेठ समंदर का खेवट है;
किनारे के लोग जो भी बोलेंगे, उसमें सच होगा की नहीं !
-- Kalingaa...

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